Wednesday, December 11, 2013

बहुत दिन हुए ,,,लग रहा है  कि जैसे,,,
एक सैलाब की तरह हलचल सी है दिल में....
एक थमे तूफ़ान की सी ख़ामोशी...;
,,,
बातों को जैसे चुप सी लग गयी है???
कुछ छुपे राज़,..उलझी-सुलझी कशमकश ,,
कुछ अनकहे एहसास ,,,कुछ रंज़िशें ...
कुछ मुसाफ़ितें ,..वो टूटती-जुड़ती उम्मीदें,,,,
'
उम्मीदों से परे,..वो पर'….वो चाहतें...
वो वादों और रिश्तों की रुख्सत....
...
यादों में कब सिमट कर रह गयी???
ज़हन में इतने ख्याल और सवाल लिए...
इन अज़नबी बसे लोगों के शहर में,..
वो असफ़ज़ाई  तसवीरें  ख्यालों की ...
...
ये लफ़्ज़ों का जाल बुनकर अब क्या करना???
गर,..,मुद्दतों से अपने खफा भी हैं...
अब फिर से हर बात बढ़ाकर क्या करना....
...'
दिन यादों में जो अच्छा गुज़रता है...
...
करीब अब हकीकत में कोई हो...'ना सही;;;
तब तक...'वो यादें भी भुलाकर क्या करना….???

5 comments:

  1. Khoob likhaa,....Matlab ki dil bhalaaney ko ye (YAADEIN) khayaal bhi achchaa hai,...
    Likhtey rahiye!!!!!

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  2. Bahot rote hain par daman hamara nam nahi hota,

    In aankhon ke barasne ka koi mausam nahi hota !

    Humesha dushmano ke bich bhi mahfooz rahta hun,

    Meri maa ki duwaon ka khazana kam nahi hota !

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    1. Right to say Gauri.....
      Humare chahney walon mei gar dushman bhi shaamil hon...
      So Hum Jis Haal Main Bhi Hon...Mohabbat Kam Nahi Hoti!!!
      ....keep in touch....!!!

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  3. umda ritu -kya isi kashmkash ko zindagi kehte hain socha na tha lekin ab samjh me aa gaya …………….

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    1. Thek samjha.....Falsafe Zindgi Ke Hai Pecheeda Itne Ki
      Chalne Se Pehle Meri Raahe Bikhar Jati Hai @..
      thats all life,...do keep in touch further..!!!

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