आज लगा कि सिर्फ उस मोहब्बत भरे दिल की भी बात करूँ .....जिसमें किसी को पाना ,...किसी को खोना,....और किसी के हरदम कभी याद आने पर बेचैन होना......और कभी ये भी सोचना और तौबा करना कि गर,..यही 'इश्क' है,....तो जिंदगी में तो हम तनहा ही भले थे????
क्योंकि ,ग़ालिब ने भी खूब कहा कि "इश्क क्या है,,,सिर्फ एक दिमागी ख़लल के सिवा कुछ नहीं"....और ये भी आज़माया हुआ है कि ,....अक्ल या दिमाग से ये जुनून मुमकिन बिलकुल नहीं होता.....ये दिल वाले ही होते हैं जो मुहब्बत में हर चीज़, अपना सुख-चैन लुटा देते हैं...क्योंकि ये सिर्फ अल्फाजों की ही गुफ्तगू नहीं है..............ये बस,..दबे पाँव ,..अचानक ही जिंदगी में दस्तक देती है,!!!!
जिंदगी के सफ़र में किसी से पहचान होना लाज़मी ही है.....यानि कि वो पहचान,जिसमें सिर्फ नज़र भर देखते ही दिल धडकने का सबब महसूस हो ...लेकिन कोई एक ही हमसफ़र अच्छा लगता है,....वो जिस पर एक यकीन और विश्वास के साथ सर्वस्व लुटा दो....और फिर हमेशा आँखों में एक चमक , और होठों पे एक मुस्कान ,एक नूर के साथ ....हर पल.,...हर घड़ी,, दिल में खुद-ब-खुद एक शख्स समाया रहे.......!!!!!!!!!!!! ,..
क्योंकि ये मुहब्बत भी जिंदगी में सब खेलों से एक दम जुदा है , अलग है,....इसमें जो हारता है वो फिर नहीं खेलता..,और जो जीतता है वो तौबा के सिवाय भी कुछ नहीं करता...,.इसकी उड़ान ‘उम्मीदों से परे’ होती है ......लेकिन अगर ख्वाइशें उम्मीदों से भरी हों,, तो सिवाय दर्द और यादों के कुछ भी नहीं मिलता है!
इसकी बहुत अजीब सी माया है................जिनको पूरी तरह पाया भी नहीं................उनको खोने का डर भी हमेशा बना रहता है..............क्योंकि मुहब्बत एक बंद मुठ्ठी में रेत की तरह होती है,....और अचानक इन उम्मीद्दों के रहते ,....कभी बेध्यानी,...बेख्याली में.....बिना सोचे समझे ........या यूँ ही, बे-इरादा कब बंद मुठ्ठी से रेत खिसक जाता है,,, एहसास भी नही होता ...............और तब हाथ खाली रह जाते हैं..............और फिर दिल में हमेशा एक खलिश के साथ ....
वो लम्बी दोपेहरीं,,,लम्बी रातें,...वही दिल के बेअदब से हालात रहते हैं....,
अन्दर कितनी खलबली, कशमकश और बाहर दूर तक सन्नाटे रहते हैं???
…,तो इसमें भी बहुत एतियाहत बरतनी पड़ती है ....क्योंकि.....लाख दर्द,..रंजिशों, जुदाई, रुसवाई और तन्हाई , के बावजूद भी ..., गर इश्क एक जुनून है,तो एक बुरी बला भी है..,... और ये जानते हुए भी ...... जिसको सब..,,
"कहे भी जा रहे हैं..............और किये भी जा रहे "हैं!!!!!!!!!!!!
बड़ा अजीब होता है ये मोहब्बत का खेल भी,
ReplyDeleteएक थक जाये तो दोनों हार जाते है...
एकदम सही कहा ,गौरांग!!!!thanks to be in touch with posts....!!
DeleteZindabaad....Zindabaad.... Yeh Mohabbat Zindabaad!
ReplyDelete‘Kya hona hai kya nahi,ye to Khuda jaaney,
DeleteAankh kaanon se chipaa,bus..yahi ek afsaana hai.’
thnx Anurag!!!!be in touch.
true that... bus itna kahugi,ki jisne ek bar mohabbat karli woh fir haarta nahi hai..woh taah umr ke liye jeet jata hai..sab kuch luta kar bhi, woh hi jeetta hai jisne mohabbat ki hai...isse badi jeet kahan..
ReplyDeletetrue,Priyanka,...........aur agar haar hoti bhi hai to,...usmein bhi sirf aur sirf jeet hi hoti hai,..apney ehsaason vishwaas ,tammnnaon ki aur kabhi na khtam honey waley dard ki!!!!!!!!
DeleteYahi awaaz aati hai,Muhabbat ke mazaaron se,
ReplyDeletezara dil thaam ke guzro vafaa ki yaadgaron se,
Ye ishk nahi aansaan,humne tou bas itna hi jaana hai,
kajal ki laqiron ko,aankho se churana hai..........Ritu shayari mujhme kahin gum ho gai thi dear tumne dobara zinda kar di .............bohat khoob ritu
very nice ritu. this is truly inspiring and this is what i meant the other day.as i already said you are the master of words and you have a real potential to change minds.
ReplyDeleteyeh ishq hi hai jo ek ko dusre se jodta hai.Muhabbat harti nahi woh hamesha jitti hai.muhabbat jisne ki woh uska nasha nahi bhla paya.Na is nashe se ybar paya hai aur na ubharna chahta hai.
bas jisko chaho usko kehdo aur phir dekho iska jaadoo.
luv ur writing ritu.
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Thanx, Raaj to appriciate the way....aur waisey ye shabdon kaa hi her-pher hai,...kyonki Mohabbat bhi kii nahi jaati.,,,ho jati ahi..,
Deletedo keep in touch with posts further...!
i m missing my love badly............ after reading this.... its awesome
ReplyDelete....,may be you forgot to write your name....anyways,You will get your Love veri soon,,dont wori!!!!!!!
Deletemagar aisa na hoto fir agr aisa na hoto fir bahut takleef hoti h
ReplyDeleteउदासी तुम पे बीतेगी तो तुम भी जान जाओगे,,
ReplyDeleteनज़रंदाज़ होने से बड़ी तकलीफ होती है।।