कभी एक पल का एहसास बनकर आना,,,तो कभी दूसरे ही पल ख्वाबों में आकार उड़ जाना,,,
इन यादों को पता है तन्हाईओं से डरते हैं हम,.तब भी वक़्त बेवक्त साथ देने चले आती हैं!!
कभी लगता है,... कि कभी यादों कि कोई एक शाम ढले,,,
कोई हाथ में थामे हाथ मेरा....बस चुप से मेरे साथ चले???
कभी एक पल बैठे मेरे पहलू में,,,,उस हाथ पे मेरा हाथ धरे,,
और कब धीरे से ये बात कहे,..कि यूँ तनहा सफ़र कटता नहीं....
चलो अब हम भी तुम्हारे साथ चले???
आज बेजुबान ख़्वाबों को जब जुबां मिली .,,,तब ,..
ऐ वक़्त ,..तेरे हुकुम की मानी जाए कहाँ तक???
उम्मीद से परे,रोज़ नए शब्द ,नयी सोच,,नयी बात कहाँ तक??
अब आखिर खुद को करे कब तक कोई तब्दील कहाँ तक ??
जब सुनने सुनाने के लिए कोई आस पास रहगुज़र नहीं??
लगता है,...अब इस धूप में हो इंतज़ार और कहाँ तक??
इन यादों को पता है तन्हाईओं से डरते हैं हम,.तब भी वक़्त बेवक्त साथ देने चले आती हैं!!
कभी लगता है,... कि कभी यादों कि कोई एक शाम ढले,,,
कोई हाथ में थामे हाथ मेरा....बस चुप से मेरे साथ चले???
कभी एक पल बैठे मेरे पहलू में,,,,उस हाथ पे मेरा हाथ धरे,,
और कब धीरे से ये बात कहे,..कि यूँ तनहा सफ़र कटता नहीं....
चलो अब हम भी तुम्हारे साथ चले???
आज बेजुबान ख़्वाबों को जब जुबां मिली .,,,तब ,..
ऐ वक़्त ,..तेरे हुकुम की मानी जाए कहाँ तक???
उम्मीद से परे,रोज़ नए शब्द ,नयी सोच,,नयी बात कहाँ तक??
अब आखिर खुद को करे कब तक कोई तब्दील कहाँ तक ??
जब सुनने सुनाने के लिए कोई आस पास रहगुज़र नहीं??
लगता है,...अब इस धूप में हो इंतज़ार और कहाँ तक??
वक़्त-बेवक्त हवाओं का रुख बदल बदल कर जब सामने से आ रहा हो ,,,
..........सफर में सिवाय साए के मेरे देगा और कोई साथ कहाँ तक????
..........सफर में सिवाय साए के मेरे देगा और कोई साथ कहाँ तक????
Ritu bohat khoob ,lajawaab,behtarin............
ReplyDelete''umeed se pare,roz nae shabd,nai soch,nai baat kahan tak??
ye tou zindgi ki haqikat hai jab tak hai saans wahan tak................
Be in touch Madhu,...with your ppriciable views n thougths...!!!!!!
DeleteVERY NICE RITU JI. WORDS HAVE A DEEP MEANING AND HOPE EVERYBODY WHO GO THROUGH THIS UNDERSTAND.THIS IS REALLY GOOD TO SEE HOW YOU INTERPRET REAL LIFE INTO WORDS THAT EXISTS IN EVERY HUMAN BEING IN THE DEEP INSIDE CORE BUT NEVER CAME OUT. YOU ARE THE VOICE OF SUCH PEOPLE AND THEY WILL BE GRATEFUL TO YOU TO MAKE THEM UNDERSTAND THAT WHAT THEY FEEL ABOUT LIFE AND LOVE "IS THIS"
ReplyDeleteI AM A BIG FAN OF YOUR WRITING.
Thanks,RaajPathak Ji, for aapriciate n understood the feelings hidden behind the words,
Delete...be in touch further with posts....!!!
अति सुन्दर!!! स्नेहासक्त भावनाओँ का बहुत ही मर्मस्पर्शी वर्णन है! शब्दों के अनुरूप एक सदाबहार गीत याद आ रहा है. सुनें और आनन्दसागर में गोते लगायें!
ReplyDeletehttps://www.youtube.com/watch?v=EK1bo09HPwE
bahut khoobsurat song hai, Mam..................aur nirantar jurney ke lie,.....aabhaar!!!
Deletebe in touch alwys
Too Good Dear Ritu ji. Your expression is growing deeper and deeper. Thumbs Up!!! Keep it on...... its really touching narration of purest feelings of love, desire....
ReplyDeleteNayi Umang Nayi Soch...Deep Feeling
ReplyDeleteKin Lafzon Me Bayan Karu Apne Dard Ko
ReplyDeleteSunn'ey Wale To Bohat He, Samjhne Wala Koi Nahi...!!