मेरे बारे में सब कुछ ....समझते हो तुम,,,
HAPPY FRIENDSHIP DAY!!!! |
अच्छी बुरी जैसी भी हूँ,,, महसूस करते हो तुम,,,
दिल दिमाग से हरदम संग रहते हो तुम,,,
उलझन मेरी सब समझकर उलझते हो तुम!!!
लगता है.,सब जानकर, अनजान नहीं हो तुम.???
मन में कभी गुथी-सुलझी पहेली,,के बावजूद....,
हमेशा मेरे साथ हकीकत से परे रहे हो तुम...!!!
ऐतबार जब उलझन में कभी खुद पर नहीं रहा..??
उसी ऐतबार, यकीं,..के साथ हरदम साथ हो तुम..!
कभी तुमसे दूर होने के बाद,,जब एहसास हुआ कि
तुम नहीं होते थे, तुम्हारे साथ एक दुनिया होती थी.;
तब उसी तर्क, रुठन, और आँसूओं के बावजूद भी..,
एक जरुरत बनकर हमेशा दिल में
रहे हो तुम..!दिल दिमाग से हरदम संग रहते हो तुम,,,
उलझन मेरी सब समझकर उलझते हो तुम!!!
लगता है.,सब जानकर, अनजान नहीं हो तुम.???
मन में कभी गुथी-सुलझी पहेली,,के बावजूद....,
हमेशा मेरे साथ हकीकत से परे रहे हो तुम...!!!
ऐतबार जब उलझन में कभी खुद पर नहीं रहा..??
उसी ऐतबार, यकीं,..के साथ हरदम साथ हो तुम..!
कभी तुमसे दूर होने के बाद,,जब एहसास हुआ कि
तुम नहीं होते थे, तुम्हारे साथ एक दुनिया होती थी.;
तब उसी तर्क, रुठन, और आँसूओं के बावजूद भी..,
ख़ुदा से दुआ है.... मुहब्बत भरी ये हमारी दोस्ती* ....
बेशर्तीय, 'उम्मीद से परे'...निभाएँ हम अपनी दोस्ती
............नाकि कभी आज़माएँ अपनी दोस्ती????
*Dedicated to: My Dear Baljeet, Priyanka, Saroj and Devika!
bohat khoob dear kya baat hai............Happy friendship day :)
ReplyDelete"Parakhna mat parakhne mein koi apna nahi rehta ,
kisi bhi aaine mein der tak chehra nahi rehta..........
Bahut khoob kaha,Madhu...thnx to be regular in touch with posts.....luv u....
ReplyDeleteWah!
ReplyDeleteHi Ritu !
ReplyDeleteYou r a great super-emotional person. I think you breath emotion. As you know, I am not an emotional person and always discovered the logic behind an emotion, but your emotion is beyond logic. Your emotion is something like a bigger number say 9999999 and I always multiply it by zero; still you luv your 9999999. May be the logic here is; you are satisfy with ‘what you have’ and for me; satisfy with ‘not having the burden’.
Congratulation for Silver Jubilee, the 25th Blog.
Saroj.....thanx for appriciate me n my feelings behind the words........and inspite of anythngg,.....sirf itnaa kahungi ki....
Deleteवो अच्छा है तो अच्छा है,वो बुरा है तो भी अच्छा है,,
दोस्ती के मिजाज़ में, यारों के ऐब नहीं देखे जाते!!! .....be in touch with posts further
एक भावनात्मक अभिव्यक्ति ,सीधे सपाट शब्दों में !
ReplyDelete....thanks Ashviniji Sir,....to appriciate the feelings n emotions behind the words......n thnx for in touch with posts regular......AABHAAR!!!!!!!
ReplyDeletebahut sundar abhivyakti
ReplyDeleteabhishek gupta
my fb profile link- https://www.facebook.com/profile.php?id=1542775947
bahut masum si rachna hai bilkul tumahri tarha......
ReplyDeleteHamaari tarah
Delete..Kavita di😊
wow kya baat hai ritu ji kya khoob likha hai ...
ReplyDeleteWo saath the Humare
ReplyDeleteYa hum pas the us ke,
woh zindgi ke kuch din, .
Yaa zindgi thi kuch din....?
wahh, bahut khoob kaha @ Gaurang and thanx n forther be in touch with posts...
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