जो सारे दिन की थकान का इलाज थी तन्हाई,,,
वो बेबस से 'दिल के सन्नाटों का शोर,.....
अपनी वो 'मैं' की कशमकश ,जो रही तन्हाई,
उम्मीदों से परे', लम्हा-लम्हा पली वो तन्हाई....
उस ठहरे हुए 'पानी में जैसे..,,
..कभी कंकर से जो कोई हलचल हो,,,,,
..यूँ कभी खामोश सी उस तन्हाई में,
कोई 'छम से आ जाये तो, क्या हो????
एक जाना पहचाना सा अजनबी चेहरा,,
...जब करें आँखें तलाश उसे,,,;
कभी 'वो मेरी तरह उदास सा लगे ,,,
और जो कभी आँख बंद करूँ तो,,
यहीं,,,कहीं 'आस-पास सा लगे?????
आज जब नींद जो उचटी, तो हम ये जाने,,,;
कभी जिंदगी जब 'ख्वाब में सिमट जाती है,...
आहट किसी के होने की, 'ख्वाब में ही बस जाती है.!!!!!!!
वो बेबस से 'दिल के सन्नाटों का शोर,.....
अपनी वो 'मैं' की कशमकश ,जो रही तन्हाई,
उम्मीदों से परे', लम्हा-लम्हा पली वो तन्हाई....
उस ठहरे हुए 'पानी में जैसे..,,
..कभी कंकर से जो कोई हलचल हो,,,,,
..यूँ कभी खामोश सी उस तन्हाई में,
कोई 'छम से आ जाये तो, क्या हो????
एक जाना पहचाना सा अजनबी चेहरा,,
...जब करें आँखें तलाश उसे,,,;
कभी 'वो मेरी तरह उदास सा लगे ,,,
और जो कभी आँख बंद करूँ तो,,
यहीं,,,कहीं 'आस-पास सा लगे?????
आज जब नींद जो उचटी, तो हम ये जाने,,,;
कभी जिंदगी जब 'ख्वाब में सिमट जाती है,...
आहट किसी के होने की, 'ख्वाब में ही बस जाती है.!!!!!!!
Lajavab. Bhavnao ka itna bhavuk varnan padh kar anaayaas hi aankhon k kor kinare nam ho gaye. Marmik varnan k liye saadhuvad.
ReplyDeleteShukriya Madhumitaji ,Nirantar jurne ke liye Aabhaar!!!!
DeleteHo Jo Mumkin To MuJhe Apna ßana lo Tum...!!
ReplyDeleteMeri Tanhai Gawah Hai Mera Apna Koi ßhi
Nahi...!!
.....Wah!!,.lekin,,,,ismein,,,,
DeleteJab gawaah Tanhaai hai,...to sabke alawaa ye hi to apni hui.....??
Thanks Gaurang for being in touch with posts regularly,.....
Tanhai he to sath.. par dhundta hu koi anjaan..
ReplyDeletebura agar manegi jo tanhai.. to le lunga uski jaan.
Now,,,Perfect!!!!!
DeleteUMMEENDO SE PARE KI KALPNAAON KO AAPNE EK DRISHYA KI TARAH PRASTUT KAR DIYA HAI...........
ReplyDeleteराजीव जी,,,वर्णित भावनाओं को समझने के लिए धन्यवाद............!!!!
Deleteएक जाना पहचाना सा अजनबी चेहरा.....
ReplyDeleteWAH, it's beautiful Ritu Ji!
Yes!!! Naveen,..Khyaalon mein ajnabi chehraa kabhi kabhar jana pahchana sa bhi lagtaa hai........!
Deletethanks for being in touch....
behtarin-Wah! Ritu-"Pyar ki aag mein zanjeren pighal sakti hain ,
ReplyDeletechahne walon ki taqdeer badal sakti hai,
Tum ho bebas ye bataane ke liye mat aana,
Ab gar aao tou jane ke liye mat aana…….
Ik lafz mohabbat ka adna'aa sa fasaana hai,
DeleteSimttay to dil-e-aashiq, phailay to zamana hai..!!
thnks Madhu for being in touch with blog.....