!दीपावली की शुभकामनाएं! |
उनमें झलकती है रोशनी जो सच्चाई की,,,,,
उसी ख़रे मन से ख्वाबों को आफ़ताब करने का मन है
वो कांच से भी ज्यादा नाज़ुक, आधे-अधूरे ख्वाब,;;..
उनमें 'चहकते लम्हों के रंग भरने का मन है..!!!
घर के सारे रोशनदान खोल रखें हैं आज,,
जिस रोशनी की तलाश रही उम्र भर....
कभी उजाले में भी, 'जो धुंधली महसूस हुई,,
आज वो किसी भी दरीचे से झलके,,'उसका मन है!!
जिन लम्हों की चाप से रहता था कभी हैरान ये दिल,,,
बेख़ौफ़,अब उसे नए अक्स से परेशान करने का मन है!
इन वादों,बातों की ऋतु को, जो चुप सी लग गयी थी,
तकाज़े भरी ज़िंदगी को तंमनाओं में घोलने का मन है!!
उम्मीदों से परे' क्यूँ ना शुरआत करें रोशनी की रात से;
...'ना जाने फिर किस गली,,मोड़ पर अरमानों की शाम हो जाए????.
Happy Diwali Di,.....
ReplyDeleteBahut Sundar shabdon se sajayaa hai,,,,,mann ki uraan bharne ko taiyaar!!!
Shweta.
Maya_ Khusnuma mausam me gami ki baaris agar koi kar sakta he to wo ho tum.
ReplyDeletefrom my side:
Rosni karlo chahe kitni bhi..
Raat to Raat he.. Andhra hote hi..
Dil ho jata he udas..tanha..dara dara.. sehma sehma.. miss you.
Thanks Gauri, for comment, aur kabhi tanha,daraa sa naa rahey,jabhi roshni se hi ujaalon Ki es baar Darkhaast Ki hai,,,anyways,diwali Mubarak you n your sweet family.
ReplyDelete!दीपावली की शुभकामनाएं!
ReplyDeleteईश्वर से यही कामना है कि इस आपके इस 'आशाओं से भरपूर' लेख की आशायें हर किसी के जीवन को प्रकाशमयी, सुखमयी, सुकूनमयी बनायें!!!
shukriya,....Madhumitaaji!!1
DeleteDeepawali ki shubhkaamyein!!!